रातभर भटका हूँ तेरी गलियों में, Posted by Shayar Kumar Aryan on August 15, 2018 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps जनाब नासिर काज़मी साहब के एक मिसरा पर एक शेर देखें ------रातभर भटका हूँ तेरी गलियों में,"देखिए दिन कहाँ गुजरता है ।"- कुमार आर्यन Comments
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