रोने का मज़ा मुझे मालूम है

खुद से खुद को खोने का मज़ा मुझे मालूम है
सिसक कर फिर सोने का मज़ा मुझे मालूम है
तुम्हें क्या पता दर्द कितना है.......इस दिल मे
दिल लगाकर फिर रोने का मज़ा मुझे मालूम है
- कुमार आर्यन


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