ये सन्नाटा है या किसी का, इशारा तो नहीं !
लगता है अभी कोई टूटा, सितारा तो नहीं !
ये कहाँ से आ रही है सिसकने की आवाज़
कहीं कोई टूटा हुआ शख़्स, हमारा तो नहीं !
-युवा कवि कुमार आर्यन
लगता है अभी कोई टूटा, सितारा तो नहीं !
ये कहाँ से आ रही है सिसकने की आवाज़
कहीं कोई टूटा हुआ शख़्स, हमारा तो नहीं !
-युवा कवि कुमार आर्यन
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