अब मैं भी प्रेम बीज बोना चाहता हूँ

अब मैं भी सपनें संजोना चाहता हूँ
अब मैं भी खुद में खोना चाहता हूँ
बस बहुत हुई ये दिखावे की मुस्कान
अब मैं भी प्रेम बीज बोना चाहता हूँ
युवा कवि कुमार आर्यन

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