माँ

अब कौन सुनेगा मेरी
सकल करुण कहानी
नफरत की गोद में रोती
ममता की महारानी
जब तक था दिन बचपन के
खुशी के गीत गाता था
अब दर्द को गाता हूँ मैं
स्वर दर्द की जुबानी
जन्म दिया है जिसने
जिसने चलना सिखाया
पग पग ठोकर खाकर
तुझे संभलना सिखाया
क्यो दर्द देते हो उसको
रे मूरख अभिमानी
जो खुद को जलाकर पगले
तेरे जीवन में रौशनी डाला
उसके सपनो को क्यों
तू जीते जी कत्ल कर डाला
जिसने खुशी दी तुमको
किया उसके साथ बेईमानी
आर्यन रोता हूँ सुनकर
माँ की करुण कहानी
नफरत की गोद में रोती
ममता की महारानी
शायर कुमार आर्यन

Comments