मुकबला

मुकाबला करते पर :-
मुकबला मोहब्बत का होता तो कोई बात नही
मुकबला बगावत का होता तो कोई बात नही
ये हुश्न का मुकाबला तो बस बिस्तर तक का है 
मुकाबला इबादत का होता तो कोई बात नही
शायर कुमार आर्यन


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