मेरे गांव की मिट्टी Posted by Shayar Kumar Aryan on November 05, 2017 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps पल-पल, हर पल खुद में बसाकर कहते हैमुहब्बत है तुझसे खुद को भुलाकर कहते हैऐ मेरे गांव की मिट्टी तुझसे दूर हूँ तो क्या हुआसांस बसती है तुझमे कसम खाकर कहते है- कुमार आर्यन (पुरानी यादें) Comments
Comments