चाँद

निकला है चाँद जमी पर कहीं छुप न जाये 
दो दिलों का रिश्ता कहीं टूट न जाये 
अब तो छोडो इंकार और तकरार की बातें 
पास आकार दिलवर कहीं रूठ न जाये 
- कुमार आर्यन

Comments