कुछ नही तो लौटा दो पुराने ही दिन साहब

शेर कहलाने वाले क्यों सियार बनकर बैठे हो
सत्ता में होकर भी क्यों लाचार बनकर बैठे हो
कुछ नही तो लौटा दो पुराने ही दिन साहब
बेवजह क्यो जनता के सरकार बनकर बैठे हो
- कुमार आर्यन

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