वो खुद से दूर न कर दे

उम्मीद है के दिल से दिल की कहूँ
पर शीशा हूँ कहीं तोड़कर वो चूर न कर दे
शायद इसलिए छुपा लेता हूं दिल की दिल में साहब
मुंह मोड़कर मुझसे, वो खुद से दूर न कर दे
- कुमार आर्यन

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