पुरे शहर को अपना महबुब तुम बना लो Posted by Shayar Kumar Aryan on August 08, 2017 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps डुबी हुई कस्ती को जरा तुम बचा लो...मेरे प्यार को जहाँ तक चाहो आजमा लो...ग़र कमी हो मेरी मुहब्बत में पागल...फिर चाहे पुरे शहर को अपना महबुब तुम बना लो...✍कुमार आर्यन Comments
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