जरा बहक जाने

थोड़ी-सी रुख से परदे को सरक जाने दे...
मौसम बईमान है जरा बहक जाने दे.....
अभी-अभी ख़त्म हुई है फासले....
खुश्बू बनके तुझमे ही सिमट जाने दे
प्रेषक - कुमार आर्यन

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