ख्वाहिश थी ऐ दिल तुम्हें बर्बाद करने की

चल सो पागल रात बहुत हो चुकी......
अब फुर्सत ही नहीं उन्हें, तुम्हें याद करने की...
ये इश्क, वफा सब फरेब है इस दूनियाँ में....
बस उनकी ख्वाहिश थी ऐ दिल तुम्हें बर्बाद करने की...
कुमार आर्यन

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