पहले दिल को संवारते

दिल होता तब समझते दिल-ए-जज्बात को.....
यार वो मेरा कितना सच्चा था.....
छोड़कर ख्याल रुप का सोचते तो समझते....
कि पहले दिल को संवारते तो कितना अच्छा था...
कुमार आर्यन

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