नयना है झील जैसी गहरी तेरी Posted by Shayar Kumar Aryan on August 08, 2017 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps चेहरा है जैसे चाँद की रुप हो....ठण्डी मौसम की जैसे प्यारी धुप हो....नयना है झील जैसी गहरी तेरी....बोली है जैसे कोइ कोयल की कुक हो...✍कुमार आर्यन Comments
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