मुझे याद है मेरी माँ, वो तेरा मुस्कुराना...
आंगन में झूमकर वो तेरा गुनगुनाना...
मेरे लिए ख़ुशी की लोरियाँ सुनाना.....
कहानियां सुनाकर वो तेरा सुलाना....
रूठ जाता जो अगर मैं, वो तेरा मुझे मनाना....
मुझे याद है मेरी माँ, वो तेरा मुस्कुराना...
कहीं चुभ न जाये तेरी आँखों में गम के कांटे....
सही है मेरा सोचकर सहम जाना....
खुश रखूं मैं हमेशा ये मेरी लालशा है
कभी छोड़कर मेरी माँ मुझको न भूल जाना...
मुझे याद है मेरी माँ, वो तेरा मुस्कुराना...
वो लोरियाँ सुनाना, ममता बरसाना...
अंचल में लेकर वो मुझे तेरा सुलाना....
मुझे याद है मेरी माँ, वो तेरा मुस्कुराना...
प्रेषक - कुमार आर्यन
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