सन्नाटा

जलता है जिस मजार पर रोज लाखों चराग,
पर छायी हुई सन्नाटा का कोई राज होगा।
रुख्शत हुआ होगा वो भी अपनों से यारों,
और वो भी किसी की खुशियों का ताज होगा।
कुमार आर्यन

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