दूर जाने के लिए

क्यों आई नौबत तुझे नजरअंदाज करने की...
नाशाद नशिन दिल है मेरा, जवाब जानने के लिए...
क्या हुई गुस्ताखी इस मजलूम से बता तो दो...
क्यों ढा रहे हो सितम, दूर जाने के लिए......
- कुमार आर्यन

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