कर लिया साझा मैं, अपनी हसरतों सें....
बाज आ गया मैं, गम के आदतों से....
अपना बनाकर नफरत से नवाजा है जिसने....
उसे दे दिया इस्तिफा आज, उसकी मुहब्बतों से.....
प्रेषक- कुमार आर्यन
बाज आ गया मैं, गम के आदतों से....
अपना बनाकर नफरत से नवाजा है जिसने....
उसे दे दिया इस्तिफा आज, उसकी मुहब्बतों से.....
प्रेषक- कुमार आर्यन
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