ऐ खुदा बसा एक ऐसा शहर

ऐ खुदा बसा एक ऐसा शहर
नसीब में हो सबको सुन्दर सा घर
छाया हो हर तरफ जहाँ अमन-ओ-अमाँ
कट जाये हंसते हंसते जहाँ सारी उमर।
जहाँ रौशनी से दिल का उजाला हो
सुकुन का हर एक निवाला हो
जहाँ गम का ना हो कोई कहर
ऐ खुदा बसा एक ऐसा शहर।
सादगी का श्रृंगार मन को मोहे जहाँ
राम-रहीम का गुँजे दोहे जहाँ
चैन से हो जहाँ हर किसी का बसर
ऐ खुदा बसा एक ऐसा शहर।
- कुमार आर्यन

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