मुस्कुराना पड़ता है अपनों के लिए Posted by Shayar Kumar Aryan on July 21, 2017 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps किसी की मुरझाने की दुआ न किया करो दोस्त न जाने कितना दर्द सहना पड़ता खिलने के लिए चारों तरफ घेरे रहते हैं कांटे गुलाब को चुभन सहकर भी मुस्कुराना पड़ता है अपनों के लिए - कुमार आर्यन Comments
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