झूठ जैसी थी

मुझे नहीं पता उनकी फितरत ऐसी थी.... 
देखकर मुझे नजर अंदाज़ करने जैसी थी.... 
न जाने क्या गुनाह किया पूछकर बताना यारों
शायद मेरी सचाई भी उनको, लगती झूठ जैसी थी..... 
- कुमार आर्यन

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