कब तक चलेगा ये मार काट
एक सवाल उठाने आया हूँ.....
हे भारत माँ के पूत सुनो.......
एक गुहार लगाने आया हूँ.....
कब तक बहेगा लहू यंहा....
मेरे कश्मीर की घाटी में.....
कब तक आग लगेगी बता....
मेरे अहिंसा की परिपाटी में......
कब तक सिंघो की बस्ती में....
कुत्ते शोर मचाएंगे.....
कब तक भारत माता के दिल को
खुनी आशु रुलायेंगे......
भारत माँ के लाल सुनो.....
उठालो अब हथियार सुनो.....
वध करो अब पापियों को तुम
माँता की करुण पुकार सुनो....
हे देश के प्रधान अब
ऐसा नियम जारी करो.....
वीरों को करने दो आखिरी फैसला....
काटों से रहित फुलवारी करो......
Comments