सुनाया न गया

हाल दिल का दिल से बताया न गया.....
प्यार कितना है तुमसे जताया न गया....
बहुत गाता हूँ मै रोज गजल-ए-वफा....
कहा उसने तो मुझसे सुनाया न गया....
बैठ छत पर रोज आसमाँ देखता हूँ मैं....
एक चाँद मेरा भी है मुझसे दिखाया न गया....
बन बंजारा फिर रहा हूँ दिन रात 'आर्यन'....
पर उनसे रिश्ता मुहब्बतों का निभाया न गया...
_________________कुमार आर्यन

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