मेरी तकदीर Posted by Shayar Kumar Aryan on July 30, 2017 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps मोहब्बत नहीं है यारों मेरे हाथों की लकीर में... भूल गया होगा खुदा शायद लिखना मेरी तकदीर में... खुश होकर किसी का मैं दिल न तोड़ दूँ ... इसलिए बांधकर रखा है मुझे ग़मों की ज़ंजीर में.... - कुमार आर्यन Comments
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