मेरी तकदीर

मोहब्बत नहीं है यारों मेरे हाथों की लकीर में...
भूल गया होगा खुदा शायद लिखना मेरी तकदीर में...
खुश होकर किसी का मैं दिल न तोड़ दूँ ...
इसलिए बांधकर रखा है मुझे ग़मों की ज़ंजीर में....
- कुमार आर्यन

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