चेहरा चाँद का टुकड़ा

नयना झील जैसी तेरी, ज़ुल्फ़ सुनहरा सा लगता है..... 
शर्म से झुक जाये गुलाब, चेहरा चाँद का टुकड़ा लगता है...... 
- कुमार आर्यन 

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