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काश कोई लौटा दे मुझको बचपन वाले वो दिन

तेरे पास मेरा दिल है उसे संभालकर रखना

मेरा दिल अब इस खेल के काबिल नहीं

मैं वो आर्यन हूँ जो दुनियां में यारों

चिरागों के जैसे ही जलते जाना है

मेरे पास ऐ यार तेरी यारी है और कुछ नही

चाँद अकेला सितारों के बीच में

महज़ चार दिनों की तो ज़िन्दगी है मियां

प्यार व्यार से जरा दूर रहा कर

होकर गुजरे वो जब भी मेरे कब्र से

लो मैं तेरे शहर आया इश्क़ का पैगाम लिए

जाम है तो कोई लाओ पीने के लिए

सोचकर फैसला कीजिए फिर

हर शाम रोने पर मजबुर कर देती है

रातभर भटका हूँ तेरी गलियों में,

तेरी गली से